अंगूर
प्रश्न- अंगूर में थ्रिप्स के प्रकोप का नियंत्रण बतायें?
उत्तर- 0.1 प्रतिशत एमिडा क्लोप्रिड 50 ई.सी के घोल का छिड़काव करें। आवश्यकता पड़ने पर इनका छिड़काव 15 दिन के अंतराल पर दुबारा करें।
प्रश्न- अंगूल में सिंचाई कब और कितनी बार दें ?
उत्तर – फूल आने तथा पूरा फल बनने (मार्च से मई) तक पानी की कमी से उत्पादन एवं गुणवत्ता दोनों पर बुरा असर पड़ता है। इस दौरान 7 -10 दिन के अंतराल पर सिंचाई करनी चाहिए। फल पकने की प्रक्रिया शुरू होते ही पानी बंद कर देना चाहिए नहीं तो फल फट एवं सड़ सकते हैं। फलों की तुड़ाई के बाद भी एक सिंचाई अवश्य देनी चाहिए।
प्रश्न- अंगूर में खाद एवं उर्वरक की मात्रा कितनी देनी चाहिए ?
उत्तर- 5 वर्ष की बेल को लगभग 500 ग्राम नत्रजन , 700 ग्राम फास्फोरस, 700 ग्राम पोटेशियम सल्फेट एवं 50-60 कि.ग्रा गोबर की सड़ी हुई खाद की आवश्यकता होती है। जनवरी के अंतिम सप्ताह में नत्रजन एवं पोटाश की आधी मात्रा एवं फास्फोरस की सारी मात्रा डाल देनी चाहिए। शेष मात्रा फल लगने के बाद दें। खाद एवं उर्वरकों को अच्छी तरह मिट्टी में मिलाने के बाद तुरंत सिंचाई करें।
प्रश्न- अंगूर में सिंचाई कब करते हैं दे ?
उत्तर- अंगूर में सिंचाई हर 15 दिन के अंतराल पर करना चाहिए। जब फल आने लगे तब ज्यादा सिंचाई न करें।
प्रश्न- अंगूर में कीट की रोकथाम जो नये व पुराने पत्तियों को खाते है ?
उत्तर- कार्बरिल 0.2 प्रतिशत का घोल बनाकर छिड़काव करें। इसके अलावा मैलाथियान 0.2 प्रतिशत का घोल बनाकर भी छिड़काव कर सकते हैं।
प्रश्न- अंगूर के हरी टहनियों पर भूरे रंग के धब्बे एवं पत्तियों पर त्रिकोणीय धब्बे का नियंत्रण ?
उत्तर- सल्फैक्स 2 से 3 ग्राम दवा प्रति लीटर पानी में घोल कर छिड़काव अवश्य करें। कॉपर करें। कॉपर आक्सीक्लोराइड की 3 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें और डाइथेन एम-45 की 2 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी के हिसाब से 10 से 15 दिन के अंतराल पर छिड़काव करें।
केला
प्रश्न- केले के फल में फटने से बचाव ?
उत्तर- कॉपर ऑक्सीक्लोराइड दवा की 3 मिली. व बोरेक्स 3 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। फल को उचित समय तोड़ें पौधे पर ही ज्यादा न पकने दें। नियमित सिंचाई करें।
प्रश्न- केले के फलों के गिरने से बचाव ?
उत्तर- नैपथलीन एसिटिक एसिड या प्लेनोफिक्स की 1 मि.ली. मात्रा प्रति 4.5 लीटर पानी के हिसाब से घोल बनाकर छिड़काव करें जब फल गिरने का अंदेशा हो या तोड़ाई से 20-25 दिन पहले।
प्रश्न- केले के पत्तों पर धब्बों का नियंत्रण ?
उत्तर- कार्बिन्डाजिम 0.1 प्रतिशत से छिड़काव करें या ट्राइकोडर्मा 2 ग्राम प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
प्रश्न- केले के पौधों का पीला होना एवं पत्तों के गिरने पर नियंत्रण ?
उत्तर- ये नाइट्रोजन की कमी से होता है। इसके लिए नाइट्रोजन उर्वरक की 200 ग्राम मात्रा प्रति पौधे के हिसाब से डालें।
प्रश्न- अंगूर में थ्रिप्स के प्रकोप का नियंत्रण बतायें?
उत्तर- 0.1 प्रतिशत एमिडा क्लोप्रिड 50 ई.सी के घोल का छिड़काव करें। आवश्यकता पड़ने पर इनका छिड़काव 15 दिन के अंतराल पर दुबारा करें।
प्रश्न- अंगूल में सिंचाई कब और कितनी बार दें ?
उत्तर – फूल आने तथा पूरा फल बनने (मार्च से मई) तक पानी की कमी से उत्पादन एवं गुणवत्ता दोनों पर बुरा असर पड़ता है। इस दौरान 7 -10 दिन के अंतराल पर सिंचाई करनी चाहिए। फल पकने की प्रक्रिया शुरू होते ही पानी बंद कर देना चाहिए नहीं तो फल फट एवं सड़ सकते हैं। फलों की तुड़ाई के बाद भी एक सिंचाई अवश्य देनी चाहिए।
प्रश्न- अंगूर में खाद एवं उर्वरक की मात्रा कितनी देनी चाहिए ?
उत्तर- 5 वर्ष की बेल को लगभग 500 ग्राम नत्रजन , 700 ग्राम फास्फोरस, 700 ग्राम पोटेशियम सल्फेट एवं 50-60 कि.ग्रा गोबर की सड़ी हुई खाद की आवश्यकता होती है। जनवरी के अंतिम सप्ताह में नत्रजन एवं पोटाश की आधी मात्रा एवं फास्फोरस की सारी मात्रा डाल देनी चाहिए। शेष मात्रा फल लगने के बाद दें। खाद एवं उर्वरकों को अच्छी तरह मिट्टी में मिलाने के बाद तुरंत सिंचाई करें।
प्रश्न- अंगूर में सिंचाई कब करते हैं दे ?
उत्तर- अंगूर में सिंचाई हर 15 दिन के अंतराल पर करना चाहिए। जब फल आने लगे तब ज्यादा सिंचाई न करें।
प्रश्न- अंगूर में कीट की रोकथाम जो नये व पुराने पत्तियों को खाते है ?
उत्तर- कार्बरिल 0.2 प्रतिशत का घोल बनाकर छिड़काव करें। इसके अलावा मैलाथियान 0.2 प्रतिशत का घोल बनाकर भी छिड़काव कर सकते हैं।
प्रश्न- अंगूर के हरी टहनियों पर भूरे रंग के धब्बे एवं पत्तियों पर त्रिकोणीय धब्बे का नियंत्रण ?
उत्तर- सल्फैक्स 2 से 3 ग्राम दवा प्रति लीटर पानी में घोल कर छिड़काव अवश्य करें। कॉपर करें। कॉपर आक्सीक्लोराइड की 3 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें और डाइथेन एम-45 की 2 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी के हिसाब से 10 से 15 दिन के अंतराल पर छिड़काव करें।
केला
प्रश्न- केले के फल में फटने से बचाव ?
उत्तर- कॉपर ऑक्सीक्लोराइड दवा की 3 मिली. व बोरेक्स 3 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। फल को उचित समय तोड़ें पौधे पर ही ज्यादा न पकने दें। नियमित सिंचाई करें।
प्रश्न- केले के फलों के गिरने से बचाव ?
उत्तर- नैपथलीन एसिटिक एसिड या प्लेनोफिक्स की 1 मि.ली. मात्रा प्रति 4.5 लीटर पानी के हिसाब से घोल बनाकर छिड़काव करें जब फल गिरने का अंदेशा हो या तोड़ाई से 20-25 दिन पहले।
प्रश्न- केले के पत्तों पर धब्बों का नियंत्रण ?
उत्तर- कार्बिन्डाजिम 0.1 प्रतिशत से छिड़काव करें या ट्राइकोडर्मा 2 ग्राम प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
प्रश्न- केले के पौधों का पीला होना एवं पत्तों के गिरने पर नियंत्रण ?
उत्तर- ये नाइट्रोजन की कमी से होता है। इसके लिए नाइट्रोजन उर्वरक की 200 ग्राम मात्रा प्रति पौधे के हिसाब से डालें।
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